हरिद्वार ज्वालापुर रेलवे स्टेशन पर 2016 में लाखों की चोरी मामले में 6 साल से फरार चल रहे सांसी गिरोह के मास्टरमाइंड को जीआरपी ने दबोच लिया है। आरोपी पर 15 हजार का इनाम भी घोषित था जीआरपी ने इस शातिर को उस समय हरिद्वार से ही दबोचा जब यह किसी वारदात को अंजाम देने की फिराक में था।
आपको बता दें साल 2016 में ज्वालापुर रेलवे स्टेशन पर सोने चांदी के गहने व नकदी की एक बड़ी वारदात को एक यात्री से अंजाम दिया गया था उस समय यह घटना काफी चर्चाओं में रही थी इस घटना को अंजाम देने वाले शातिर साथी गिरोह के 6 सदस्यों ने अंजाम दिया था. इस मामले में 4 आरोपियों को जीआरपी पहले ही गिरफ्तार कर चुकी है जबकि एक सदस्य किस में मौत हो चुकी है। इस वारदात को अंजाम देने वाला राजा सांसी जो इस वारदात का मास्टरमाइंड था अभी तक पुलिस की गिरफ्त से दूर चल रहा था जिसे जीआरपी हरिद्वार एवं एसओजी जीआरपी उत्तराखंड की टीम ने क्षेत्र से ही गिरफ्तार कर लिया है।
राजा सांसी गिरोह न केवल उत्तराखंड बल्कि उत्तर प्रदेश दिल्ली, पंजाब, हरियाणा और राजस्थान यहां तक कि मध्यप्रदेश में भी सक्रिय था और अलग-अलग स्थानों पर लूट व चोरी की बड़ी वारदातों को अंजाम देता था। राजा सांसी गिरोह के फरार चल रहे मास्टरमाइंड राजा को पकड़ने के लिए पुलिस विभाग की ओर से इसके ऊपर 15000 का इनाम घोषित किया था। क्योंकि यह बीते लंबे समय से पुलिस के हत्थे नहीं चढ़ रहा था। राजा के ऊपर कई अन्य प्रदेशों में भी लूट और चोरी के कई मुकदमे दर्ज हैं। सांसी गिरोह किसी भी एक स्थान पर हफ्ते भर से ज्यादा नहीं ठहरता था लगातार यह अपने ठिकाने बदलता रहता था एक शहर से दूसरे शहर और दूसरे शहर से दूसरे प्रदेश में जाकर यह वारदातों को अंजाम देता था. यही कारण है कि पुलिस इन्हें जल्दी से गिरफ्तार नहीं कर पाई। वही राजा सांसी का नाम तो पुलिस की डायरी में लंबे समय से दर्ज था लेकिन पुलिस के लिए बड़ी दिक्कत यह थी कि पुलिस के पास उसकी कोई फोटो उपलब्ध नहीं थी जिस कारण कई बार ऐसा हुआ कि जब पुलिस दबिश देने गई तो राजा सांसी पुलिस की आंखों के सामने से गुजर गया लेकिन पुलिस उसे पहचान नहीं पाई उसके बाद जीआरपी ने चुनाव आयोग से इसकी फोटो मिली।