हरिद्वार के मुंडाखेड़ा खुर्द गांव में मनरेगा योजना के तहत खेतों में पाइप लाइन निर्माण के मामले में बड़ा घोटाला सामने आया है ,मौके पर 22 स्थानों में से केवल दो स्थानों पर ही पाइप लाइन का निर्माण कार्य हुआ है जबकि लेबर व मटेरियल के एवज में भुगतान निकाल लिया गया है केवल इतना ही नहीं, लेबर की सूची में मृतक मजदूरों के नाम भी शामिल कर दिए गए हैं एसडीएम ने ग्राम विकास अधिकारी व जेई मनरेगा समेत संबंधित कर्मियों के विरुद्ध कार्रवाई की संस्तुति जिलाधिकारी से की है।
लक्सर विकासखंड क्षेत्र के मुंडाखेड़ा खुर्द गांव में मनरेगा योजना के तहत खेतों में 22 स्थानों पर करीब साढ़े इक्कीस लाख की लागत से पाइप लाइनों का निर्माण किया जाना था पिछले दिनों ग्रामीणों ने खानपुर विधायक उमेश कुमार से मिलकर शिकायत की थी कि विभाग द्वारा मौके पर पाइप लाइनों का निर्माण नहीं किया गया है जबकि कार्य को पूरा दिखा दिया गया है विधायक ने मौके पर पहुंचकर निरीक्षण किया था और गड़बड़ी मिलने पर एसडीएम को मामले की जांच कराने के निर्देश दिए थे इस पर पहले उपखंड विकास अधिकारी एवं जेई मनरेगा ने मौके पर पहुंचकर मामले की जांच की तो यहां कार्य नहीं होना पाया गया। इसके बाद एसडीएम के आदेश पर तहसीलदार लक्सर ने मौके पर पहुंचकर मामले की जांच की तो पता चला कि 22 पाइप लाइनों में से केवल दो पाइप लाइन का ही मौके पर निर्माण किया गया है साथ ही 20 जून को लेबर तथा 20 जुलाई को मटेरियल सामग्री के भुगतान की निकासी दर्शाई गई है हैरानी की बात यह है कि जिन मजदूरों से काम कराना दर्शाया गया है, उस मजदूरों की लिस्ट में दो मृतक मजदूरों के नाम भी शामिल हैं दोनों मजदूरों की मौत कई साल पहले हो चुकी है मामले में फर्जीवाड़े को लेकर एसडीएम गोपाल राम बिनवाल ने ग्राम विकास अधिकारी व जेई मनरेगा एवं संबंधित कर्मियों के विरुद्ध कार्रवाई की संस्तुति जिलाधिकारी से की है खंड विकास अधिकारी पवन सैनी का कहना है कि अभी कार्य पूर्ण नहीं हुआ है।