हरिद्वार। मातृसदन के परमाध्यक्ष स्वामी शिवानंद ने गंगा के एक किलोमीटर दायरे में क्रशर लगाने की अनुमति पर आपत्ति जताई है। उन्होंने कहा कि सरकार अपने इस फैसले को वापस ले। अगर ऐसा नहीं होता है तो मातृसदन कोर्ट का दरवाजा खटखटाएगी। उनका ये भी कहना है कि जरूरत पड़ने पर आंदोलन भी किया जाएगा।
हरिद्वार स्थित मातृसदन के परमाध्यक्ष स्वामी शिवानंद ने पत्रकारों से बातचीत की। इस दौरान उन्होंने ये बातें कहीं। इस संबंध में उन्होंने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को भी पत्र लिखा है, जिसमें उन्होंने इस मामले में संज्ञान लेने की अपेक्षा की है। उनका कहना है कि सीपीसीबी और एनएमसीजी की ओर से गंगा के पांच किलोमीटर दायरे में क्रशर लगाने को प्रतिबंधित किया गया है।
आपको बता दें कि शासन ने भंडारण और स्क्रैप नीति के बाद अब स्टोन क्रशर, स्क्रीनिंग प्लांट और हाट मिक्स प्लांट को अनुमति देने के लिए नई नीति जारी की है। इसमें स्पष्ट किया गया है कि हरिद्वार में स्टोन क्रशर गंगा नदी से एक किमी की दूरी और अन्य मैदानी जिलों की नदियों से 500 मीटर की दूरी पर खोले जा सकेंगे। पहले इन्हें हरिद्वार में गंगा नदी से 1.5 किमी और अन्य मैदानी जिलों की नदियों से एक किमी दूर खोलने की अनुमति थी। इसमें यह भी कहा गया है कि आबादी से 300 मीटर की दूरी पर स्टोन क्रशर व स्क्रीनिंग प्लांट खोलने की स्थिति में यहां स्थित परिवार अथवा भूस्वामियों की अनापत्ति जरूरी होगी।