उत्तराखंड के हरिद्वार के भाजपा नेता दीपक टंडन ने पुलिस सुरक्षा की मांग की है उनका कहना है कि जेल में बंद आरोपी उनको व उनके परिवार को नुकसान पहुंचा सकते हैं पीड़ित परिवार ने पुलिस पर कोई कार्रवाई नहीं करने का आरोप लगाया है। पीड़ित दीपक टंडन का कहना है कि उनके घर में भय का माहौल बना हुआ है।
हरिद्वार भाजपा विधायक मदन कौशिक के मोहल्ले में बीते 6 अगस्त की दोपहर बीजेपी नेता व खादी ग्रामोद्योग के सदस्य दीपक टंडन के घर पर हुई ताबड़तोड़ फायरिंग के मामले में पुलिस के हाथ अभी तक खाली हैं पुलिस अभी भी बाकी 6 लोगों का पता नहीं लगा पाई है जिन्होंने वारदात को अंजाम दिया इस घटना से घबराए पीड़ित का आरोप है कि पुलिस इस मामले में लापरवाही बरत रही है साथ ही दीपक ने जेल में बंद 9 आरोपियों से अपनी जान को खतरा बताया है और पुलिस प्रशासन से सुरक्षा की मांग की है। प्रेस क्लब हरिद्वार में पत्रकारों से वार्ता करते हुए दीपक टंडन ने कहा कि उन्हें लगातार बाहर से मामला निपटाने के लिए धमकियां मिल रही हैं जेल में बंद आरोपी कभी भी उनके साथ कोई अप्रिय घटना को अंजाम दे सकते हैं कई बार पुलिस प्रशासन से गुहार लगाने के बावजूद अभी तक उन्हें व उनके परिवार को सुरक्षा उपलब्ध नहीं कराई गई है उन्होंने साफ कहा कि उनके ऊपर राजनीतिक दबाव भी बनाया जा रहा है ताकि वह अपना मुकदमा वापस ले ले उन्होंने साफ कहा कि अधिवक्ता कोर्ट को गुमराह कर रहे हैं जिस कारण बाहर आ रहे आरोपी भी उनके साथ कभी भी वारदात को अंजाम दे सकते हैं।
आपको बता दे विधायक मदन कौशिक के दो करीबी गुटों के बीच पिछले कुछ दिनों से झगड़ा चल रहा था एक गुट ने दूसरे गुट के एक युवक की सरेराह पिटाई कर दी थी जिसका वीडियो अगले दिन सोशल मीडिया पर वायरल हो गया था इस बात से गुस्साए मारपीट करने वाली युवकों ने एक भाजपा नेता की कार्यक्रम के दौरान जमकर पिटाई कर दी थी आरोप है कि यह लोग लाठी-डंडों और पिस्टल लेकर उसके घर तक जा पहुंचे और वहां पर हवाई फायरिंग कर दी।दिनदहाड़े हुए इस गोलीकांड से पूरे क्षेत्र में दहशत का माहौल बन गया था जिसके बाद एसएसपी के आदेश पर कोतवाली ज्वालापुर पुलिस ने 15 नामजद और कुछ अज्ञात लोगों के खिलाफ हत्या के प्रयास सहित कई संगीन धाराओं में मुकदमा दर्ज कर लिया है हैरानी की बात यह है कि इस मामले में जहां एक आरोपी को लोगों ने मौके पर ही पकड़ पुलिस के हवाले कर दिया था तो वहीं एक आरोपी को जगजीतपुर चौकी पुलिस ने उसी दिन रात को गिरफ्तार कर ज्वालापुर पुलिस को सौंप दिया था क्योंकि यह आरोपी जगजीतपुर चौकी क्षेत्र का ही रहने वाला था।