हरकी पैड़ी पर रील्स बनाने को लेकर गंगा सभा अब सख्त कदम उठाने जा रहा है। जिसके तहत हरकी पैड़ी क्षेत्र में रील्स बनाने को आपराधिक श्रेणी डालने की बात कही गई है। गंगा सभा ने यह कदम हरकी पैड़ी पर भगवा कपड़ों में युवक-युवती की ओर से अश्लील रील्स बनाने के उठाई है।
आज कल हर किसी पर रील्स बनाने का जुनून इस कदर हावी है कि वो किस जगह खड़े हैं इसका भी ध्यान नहीं रखते हैं। किसी भी धार्मिक या सामाजिक आस्था को दरकिनार कर कहीं पर भी रील्स बनाने पर आमादा हो जाते हैं। धर्मनगरी हरिद्वार में भी कुछ लोग अपनी हरकतों से बाज नहीं आ रहे हैं। ऐसा ही एक वीडियो हरकी पैड़ी से सामने आया है। जिसमें एक युवक-युवती भगवा कपड़ों में अश्लील रील्स बनाते दिख रहे हैं। ऐसे में भगवा कपड़ों में रील बनाने का आस पास खड़े लोगों ने कड़ा विरोध कर दिया। जिसके बाद युवक-युवती वहां से चलते बने। वहीं मामले का संज्ञान लेते हुए हरिद्वार गंगा सभा के अध्यक्ष नितिन गौतम ने बयान जारी कर कहा कि जो भी लोग धार्मिक स्थलों पर इस तरह की अश्लीलता फैला रहे हैं उन पर कड़ी कार्रवाई होनी चाहिए। ताकि कोई भी अन्य धार्मिक स्थलों पर सनातन धर्म को अपमानित करने वाला कार्य न कर सके। उन्होंने कहा कि गंगा सभा अब हरकी पैड़ी क्षेत्र में ऐसे होर्डिंग और पोस्टर लगवाएगी, जिसमें साफ-साफ लिखा होगा कि हरकी पैड़ी क्षेत्र में रील्स बनाना आपराधिक श्रेणी में आता है। साथ ही उन्होंने कहा कि गैर हिंदुओं के हरकी पैड़ी क्षेत्र में प्रवेश न करें, इसको लेकर भी होर्डिंग में साफ-साफ लिखा जाएगा। हरिद्वार गंगा सभा के अध्यक्ष नितिन गौतम ने प्रशासन और सरकार से हरकी पैड़ी के सामने वाले मालवीय घाट को गंगा सभा को देने की मांग की है। उन्होंने कहा है कि जिस तरह से गंगा सभा हरकी पैड़ी क्षेत्र की व्यवस्था करता है उसी तरह से मालवीय घाट की भी व्यवस्था कर सकते हैं। उनका आरोप है कि नगर निगम क्षेत्र में आने के कारण यह क्षेत्र रात के समय जुहू चौपाटी जैसा बन जाता है।
उन्होंने कहा कि यहां पर प्लास्टिक की केन और खाने की आइटम बेची जाती है, जो यहां की वातावरण को भी दूषित करती है। ऐसे में यदि इस क्षेत्र को भी गंगा सभा को दिया जाए तो उसकी मर्यादा बनी रहेगी। इसके अलावा गंगा सभा अध्यक्ष नितिन गौतम ने प्रशासन से तीर्थ के मर्यादा से खिलवाड़ करने वालों के खिलाफ कड़ी से कड़ी कार्रवाई करने की मांग की। साथ ही उनके परिजनों को बुलाकर समझाने को कहा।