हरिद्वार। हत्याकाण्ड के मामले में फरार चल रहे गेस्ट हाउस संचालक रमेश को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। पूछताछ में पता चला है कि अंकित उर्फ रोहित मुजफ्फरनगर का निवासी था और उसके पास नोटों की गड्डी देखकर रमेश का ईमान डोल गया था। इसलिए उसने गला दबाकर युवक की हत्या कर दी। युवक के 50 हजार रुपये में से करीब 20 हजार की नकदी के अलावा कैमरे की डीवीआर, चादर व गेस्ट हाउस का रजिस्टर भी पुलिस ने बरामद कर लिया है। सीओ सिटी अभय प्रताप सिंह ने बताया कि बिल्केश्वर रोड पर पांच सितंबर को मिले शव के पोस्टमार्टम में गले की हड्डी टूटने की बात सामने आने पर अज्ञात के खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज किया गया था। सीसीटीवी कैमरे की फुटेज खंगालने के बाद पुलिस ने श्रवणनाथनगर स्थित कबीर गेस्ट हाउस के मैनेजर अरुण कुमार समेत चार आरोपितों को गिरफ्तार किया था। पूछताछ में पता चला था कि गेस्ट हाउस संचालक रमेश ने अंकित उर्फ रोहित नामके युवक को कमरा दिया था और उसके लिए काल गर्ल भी मंगाई थी। हत्या के बाद शव आटो में रखकर बिल्केश्वर रोड पर फेंका गया था। इसके बाद से ही पुलिस रमेश की तलाश में जुटी हुई थी। शहर कोतवाल अमरजीत सिंह के नेतृत्व में एक पुलिस टीम ने आखिरकार रमेश को बैरागी कैंप क्षेत्र से गिरफ्तार कर लिया। उसने बताया कि अंकित उर्फ रोहित मुजफ्फरनगर का निवासी था। उसके पास 500 रुपये के नोट की गड्डी देखकर मन में लालच आ गया था। इसलिए उसने हत्या कर मैनेजर व अन्य के साथ मिलकर शव ठिकाने लगाया था। सीओ सिटी अभय सिंह ने बताया कि रमेश की निशानदेही पर 20 हजार की नकदी के अलावा अंकित उर्फ रोहित की एंट्री वाला पन्ना फाड़कर छिपाया गया रजिस्टर, कैमरे की डीवीआर और शव फेंकने में इस्तेमाल की गई चादर भी बरामद कर ली गई है।